मुख्तार अंसारी जिसे माफिया कहे या फिर राजनीतिक दुनिया के जानें मानें नेता जिसने जीते जी कई बार मौत को मात दिया है। लेकिन 28 मार्च के दिन हार्ट स्ट्रोक के कारण आखिरकार माफिया मुख्तार अंसारी जिंदगी और मौत की जंग में हार गए। मुख्तार अंसारी ने अपने एक ही जीवन में कई किरदारों को निभाया फिर चाहे वह विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल करना हो या फिर एक ही जीवन में दो बार उम्र कैद की सजा प्राप्त करना हो। लेकिन 28 मार्च के दिन मुख्तार अंसारी की मौत के साथ ही उसके सभी किरदारों का अंत हो गया। माफिया मुख्तार अंसारी के शव को पोस्मार्टम के बाद अस्पताल से जल्द ही गाजीपुर जिले के मोहम्दाबाद यूसुफपुर में स्थित उसके पैतृक निवास ले जाया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स कि माने तो अंसारी के शव को काली बाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा जो की अंसारी के आवास से करीबन आधा किलोमीटर दूर स्थित है। साथ ही ये भी बताया जा रहा है कि जिस कब्रिस्तान में मुख्तार अंसारी को ले जाय जाएगा वहीँ मुख्तार के माता -पिता की कब्र हैं।
मुख्तार अंसारी के इस तरह अचानक मौत पर कई राजनेता कई बयान दे रहे हैं। फिर चाहे वो ओवैसी हो या फिर बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती। हाल ही में मायावती ने मुख्तार के मौत पर जांच की मांग की है।