गुरुवार को बीजेपी ने रायबरेली से अपने उम्मीदवार की घोषणा की थी। बीजेपी ने इस बार दिनेश प्रताप सिंह पर विश्वास जताया है और रायबरेली सीट से दिनेश को चुनावी मैदान में उतारा हैं। इसी बीच आज कांग्रेस ने भी रायबरेली सीट से अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। पार्टी ने इस सीट से राहुल गाँधी को चुनावी मैदान में उतारा हैं। इससे अब रायबरेली की सीट पर चुनाव और भी दिलचस्प हो गया हैं। बीजेपी से उम्मीदवार घोषित हुए दिनेश प्रताप सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए अपने जीत का दावा भी किया और साथ ही प्रियंका गाँधी को लेकर जबरदस्त हमला बोला।
दिनेश प्रताप सिंह ने किया अपने जीत का दावा
दिनेश सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए अपनी जीत का दावा किया और कहा कि रायबरेली में बीजेपी के लिए कोई भी चुनौती नहीं हैं। देश की जनता जानती है कि पीएम मोदी के हाथ में देश सुरक्षित हैं। गांव और गली तक पीएम मोदी की सेवाएं पहुंची हैं। उन्होंने आगे कहा कि जीतने वोट से सोनिया गाँधी अथवा राहुल गाँधी की अम्मा ने हमे हराया हैं उससे अधिक वोटो के अंतर से इस बार हम राहुल गाँधी को हराकर भेजेंगे।
प्रियंका गाँधी संस्कारहीन महिला है
दिनेश प्रताप सिंह ने प्रियंका गाँधी को लेकर भी एक विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि,” प्रियंका गाँधी को तो रायबरेली की जनता तलाश रही हैं क्योंकि वह सोनिया गाँधी की गारंटर बनकर आई थी और सोनिया गाँधी ने चुनाव जीतने के बाद उन्हें चार्ज दे दिया कि आप रायबरेली की सेवा करोगी लेकिन उन्होंने उन्होंने ने भी अपना किशोरी लाल शर्मा को दे दिया। जिसके बाद जनता तीनों को तलाश रही हैं।” दिनेश ने आगे भी कहा कि प्रियंका गाँधी तो इस देश की सबसे संस्कारहीन नागरिक हैं, मुझे दुःख है कि यशस्वी प्रधानमंत्री ने जब उन्हें कहा कि वो तो हमारी बिटिया है तो प्रियंका गाँधी ने पलटकर कहा कि मैं मोदी की बिटिया नहीं हूँ मैं तो ट्राजिव गाँधी की बेटी हूँ। पीएम मोदी ने जब आपको कहा कि आप बिटिया हो, उस समय वो जानते थे कि ये राजीव गाँधी की बेटी हैं लेकिन भारतीय संस्कृति और संस्कार कहते है कि हर बेटी में बिटिया का स्वरुप दिखता था हैं। जो भारतीय संस्कार और संस्कृति को नहीं जानता है उसका नाम प्रियंका गाँधी हैं। रायबरेली की जानता इस संस्कारहीन प्रियंका गाँधी को खड़े नहीं होने देंगी। वोट देने की बात तो अलग है। वो अकेली ऐसी है जिसे कोई बिटिया कहे और उन्हें खुद को बिटिया कहे जाने पर आपत्ति हो। वो 52-53 साल की हो गईं लेकिन, आजतक भारत के संस्कारों को नहीं समझ पाई हैं।