लोकसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद एक बार फिर बीजेपी के नेतृत्व एनडीए की सरकार बनने जा रही हैं। एक तरफ जहां इंडिया गठबंधन के नेता अपने बयानों से यह संदेश देने की कोशिश कर रहे है कि वह भी नई सरकार की कोशिश में लगे हुए हैं तो वहीँ दूसरी तरफ बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए ने तीसरी बार सरकार बनाने के लिए कदम उठाना भी शुरू कर दिया हैं। ताजा खबरों की माने तो प्रधानमंत्री ने परिणामों के अगले दिन यानी आज प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया हैं। पीएम मोदी भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने से मिलने राष्ट्रपति भवन पहुंचे थे जहाँ उन्होंने अपना इस्तीफा दिया और द्रौपदी मुर्मू ने उसे कबूल भी किया। उन्होंने अपने साथ अपनी मंत्रिपरिषद का इस्तीफा भी द्रौपदी मुर्मू को सौंप दिया। राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रिपरिषद से अनुरोध किया कि वह वह नई सरकार के गठन तक अपने पद पर बने रहे। लेकिन आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 जून को तीसरी बार पीएम बनने की ले सकते है शपथ।
बीजेपी को लेनी होगी सहयोगी दल की मदद
बता दें कि बीजेपी ने इस बार 292 सीटे पर जीत हासिल की हैं लेकिन खुद के दम पर बीजेपी इस बार बहुमत का आकड़ा भी छू नहीं पाई हैं। जिसके बाद अब सत्ता पर काबिज़ होने के लिए बीजेपी को सहयोगी दल की मदद लेनी पड़ रही हैं। इसमें टीडीपी पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री के साथ-साथ जनता दल यूनाइटेड के चीफ नितीश कुमार की अहम भूमिका मानी जा रही हैं। दरअसल, बीजेपी को तीसरी बार सरकार बनाने के लिए इन दोनों नेताओं की ज़रूरत पड़ेगी और दोनों नेता अपनी अहमियत को समझते हुए भाजपा से कई मांग भी कर सकते हैं।
लोकसभा स्पीकर के पद को लेकर हो सकती है डिमांड
आंध्र-प्रदेश में 16 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करने वाली टीडीपी एनडीए सरकार को समर्थन देने के लिए बदले में बड़ी हिस्सेदारी मांग सकती हैं। सूत्रों के मुताबिक कहा जा रहा है कि नायडू की सबसे बड़ी डिमांड लोकसभा स्पीकर पद को लेकर रहने वाली हैं। इसके अलावा नायडू 5 से 6 या फिर उससे भी ज्यादा मंत्रालय मांग सकते हैं।