इन दिनों भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा हैं। दोनों के ख़राब रिश्ते को लेकर विपक्ष ने भी बीजेपी पर निशाना साधा था और यहाँ तक कि आरएसएस के प्रमुख समेत और भी सदस्यों ने भी बीजेपी के अहंकारी होने का दावा किया था। गुरुवार को आरएसएस के सदस्य इंद्रेश कुमार ने भी बिना नाम लिए बीजेपी पर निशाना साधा था जिसके बाद बीजेपी के पक्ष में उतरे है राम मंदिर के मुख्य पुजारी। जी हाँ सही सुना आपने हाल ही में जो इंद्रेश कुमार ने बीजेपी पर अहंकारी होने के आरोप लगाए थे उस पर राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सतेंद्र दास महाराज ने अपनी प्रतिक्रिया दी हैं।आचार्य सतेंद्र दास महाराज ने पीएम मोदी और बीजेपी का साथ देते हुए इंद्रेश कुमार को गलत ठहराया हैं। उन्होंने क्या कहा चलिए आपको बताते हैं।
क्या कहा मुख्य पुजारी ने ?
राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सतेंद्र दास महाराज ने पीएम मोदी और बीजेपी का साथ देते हुए कहा कि,” अभिमान नहीं हो गया, ऐसा कुछ नहीं हैं। इंद्रेश जी हिन्दू मुस्लमान की एकता के लिए प्रयास करते रहे पर ऐसा हुआ ही नहीं, मुस्लिमों ने बीजेपी को वोट दिया ही नहीं। इंद्रेश जी अपनी विफलता का आरोप बीजेपी पर लगा रहे हैं।” राम मंदिर के पुजारी ने आगे कहा कि,” 240 सांसद बीजेपी के कम नहीं हैं वो अपनी असफलता को बीजेपी पर थोप रहे हैं। बीजेपी ने 500 साल के विवाद को खत्म किया और राम मंदिर बनवाया। कमी बीजेपी में नहीं इंद्रेश जी की कोशिश में हैं। अभिमानी नहीं हैं, वो पीएम मोदी हो या फिर सीएम योगी हो उनको अभिमानी कहना गलत हैं।”
क्या कहा था इंद्रेश कुमार ने ?
हाल ही में गुरुवार को आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने भी भाजपा पर निशाना साधा था। इंद्रेश कुमार ने कहा था कि,” राम की पूजा करने वाली पार्टी अहंकारी हो गई इसलिए भले ही वह 2024 के चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनी हैं। मगर उसे अकेले पूर्ण बहुमत में जो सत्ता मिलनी थी वो उसे भगवान राम ने अहंकार की वजह से नहीं दी।” आपको बता दें कि इंद्रेश कुमार ने जब यह बयान दिया तब उन्होंने एक बार भी बीजेपी का नाम नहीं लिया मगर 240 सीटों के साथ वही सबसे बड़ी पार्टी बनी हैं।
इसके बाद इंद्रेश कुमार ने बीजेपी के साथ-साथ इंडिया गठबंधन को भी अपने निशाने पर लिया और कहा कि,”राम का विरोध करने वाले किसी भी दल को सत्ता नहीं मिली। सभी को मिलाकर भी वो दूसरे नंबर पर ही खड़े रहे। भगवान का न्याय बड़ा सत्य और आनंददायक हैं।” आरएसएस नेता ने आगे यह भी कहा कि,”भक्ति करने वाली पार्टी अहंकारी हो गई उसे 241 पर ही भगवान ने रोक दिया लेकिन उसे सबसे बड़ी पार्टी बना दिया और जिनकी राम में आस्था नहीं थी उन सबको मिलकर भगवन ने 234 पर ही रोक दिया।