भारत अब तरक्की की राह में दौड़ रहा है जैसे-जैसे समय बीत रहा है वैसे-वैसे ही भारत देश में कई आधुनिक प्रथाओं का चलन हो चुका है। फिर चाहे बात डिफेंस की हो या फिर तकनीक और व्यापार की। हमारा देश अब शिक्षा के क्षेत्र में भी बेहतर काम कर रहा है। सालों पहले बच्चें विदेश जाकर पढ़ने की इच्छा रखते थे ताकि उन्हें वह सभी फैसिलिटी मिल सके जो उस समय के स्कूलों में नहीं मिलती थी। लेकिन आज ऐसा वक्त आ चुका है कि भारत हर उन सुविधाओं को बच्चों के समक्ष रख रहा है जो उन्हें विदेशों में जाकर मिलता। इतना ही नहीं बल्कि भारत शिक्षा क्षेत्र में इतना आगे बढ़ चुका है कि यहां अब विदेशी बच्चें भी पढ़ने आते हैं। सालों पहले कहते थे कि भारत विश्व गुरु है और भारत की तरक्की को देखकर यह कहना भी काफी आसान हो गया है कि भारत सच में विश्व गुरु बन सकता है।
इस राज्य में हैं सबसे ज़्यादा विदेशी छात्रों की संख्या
भारत ने दुनिया को बहुत कुछ दिया है फिर चाहे वह योग हो या फिर शून्य। इतना ही नहीं बल्कि भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जहां सबसे पहले प्लास्टिक सर्जरी की गई थी। तो फिर ऐसा कैसे हो सकता है कि भारत शिक्षा के क्षेत्र में पीछे रह जाए? भारत अपने आधुनिक तकनीक के ज़रिए विदेशी छात्रों को भी अपनी और आकर्षित कर रहा है आपको बता दें की ऑल इंडिया सर्वे फॉर हायर एजुकेशन 2021 और 2022 के आंकड़े बताते हैं कि भारत में सबसे ज्यादा विदेशी छात्र कर्नाटक में पढ़ने आते हैं। कर्नाटक शिक्षा के मामले में पूरे भारत में सबसे आगे निकल रहा है और यही एक कारण है कि यहां विदेशी छात्र भी शिक्षा प्राप्त करने आते हैं। आपको बता दे कि यहां विदेशी छात्रों की संख्या 6004 है। तो वही एक और ऐसा राज्य है जहां पर विदेशी छात्र अपनी पढ़ाई करते हैं जिसमें पंजाब भी शामिल है यह विदेशी छात्रों की संख्या 5971 है। इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर महाराष्ट्र और चौथे नंबर उत्तर प्रदेश आता है।
इतनी है भारत में कुल विदेशी छात्रों कि संख्या
भारत में उच्च शिक्षा हासिल करने वाले विदेशी छात्रों में सबसे ज्यादा संख्या नेपाल के छात्रों की है। साल 2021 और 22 के आंकड़े बताते हैं कि इस साल कुल विदेशी छात्रों की संख्या 13126 थी। वहीं भारत में अफगानिस्तान और अमेरिका के साथ-साथ बांग्लादेश और यूएई के छात्र भी उच्च शिक्षा को हासिल करने आते हैं। यदि कोई विदेशी छात्रों की बात करें तो उनकी संख्या 46, 878 है जिन्होंने भारत में आकर उच्च शिक्षा हासिल करने की सोची।
CONTENT: NIKITA MISHRA