लोकसभा चुनाव के अब काफी कम दिन बचे हुए हैं लेकिन उससे पहले ही कांग्रेस पार्टी को लगातार बड़ा झटका लग रहा है क्योंकि पार्टी के कई नेता और सांसद कांग्रेस का हाथ छोड़ भाजपा का दामन थाम रहे हैं। फरवरी के महीने में भी कई नेता कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर अन्य दल के साथ जुड़े थे, लेकिन इस बार मार्च में अब तक कांग्रेस के दो बड़े दिग्गज नेताओं ने भाजपा को ज्वाइन कर लिया है जिसमें एक नाम भदोही के पूर्व सांसद राजेश मिश्रा का है तो वहीं दूसरा नाम सुरेश पचौरी का जो कि मध्य प्रदेश के बड़े दिग्गज नेताओं में से एक हैं। इतना ही नहीं बल्कि वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता भी रह चुके हैं लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस को बड़ा झटका दिया।
क्यों कोंग्रेस से सुरेश पचौरी ने तोड़ा नाता ?
पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुरेश पचौरी ने आज यानी 9 मार्च के दिन कांग्रेस पार्टी को अलविदा कहते हुए बीजेपी के साथ अपना नाता जोड़ लिया। आपको बता दें कि वह कांग्रेस सरकार में कई मंत्रालय के जिम्मेदारियां को भी संभाल चुके हैं। इतना ही नहीं बल्कि वह लगातार चार बार राज्यसभा से सांसद भी रहे। आज उनके भाजपा में शामिल होने के वक्त मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीजेपी दफ्तर में उनका स्वागत किया। मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी-डी शर्मा का कहना है कि सुरेश पचौरी मध्य प्रदेश में कांग्रेस के राजनीति के संत है वो ऐसे व्यक्ति हैं जिनका कांग्रेस में स्थान नहीं है इसलिए उनको लगा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली पार्टी में जाकर देश के लिए कुछ काम करना चाहिए। सुरेश पचौरी के साथ-साथ भाजपा में जाने वाले कई अन्य कोंग्रेस के नेता भी हैं जिन्होंने पार्टी से अपना पत्ता साफ कर लिया। हम बात कर रहे हैं धार से पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजाखेड़ा इंदौर से पूर्व विधायक संजय शुक्ला, पिपरिया से पूर्व विधायक विशाल पटेल के अलावा अर्जुन पलिया भी।
CONTENT: NIKITA MISHRA