9 जून को शपथ ग्रहण करने के बाद एक बार फिर से डॉ. एस जयशंकर ने विदेश मंत्री की कुर्शी संभाल ली हैं। 11 जून की वह विदेश मंत्रालय पहुंचे जहाँ उन्होंने अपना पदभार संभाला और एक बार फिर से जनता की सेवा करने का जिम्मा संभाला इस दौरान विदेश मंत्रालय पहुंची मीडिया ने एस जयशंकर से POK और पाकिस्तान, चीन से जुड़े मुद्दों पर बात की। इस सभी सवालों पर एस जयशंकर ने कुछ ऐसे जवाब दिए जिसे सुनने के बाद सभी हैरान हो गए। अब भला विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने ऐसा क्या कहा है चलिए आपको बताते हैं।
क्या कहा POK के सवाल पर ?
मीडियकर्मियों ने एस जयशंकर से पाकिस्तान के कब्ज़े वाले POK से जुड़ा सवाल पूछा जिस पर उन्होंने कहा कि,” कृपया मेरे मुँह में शब्द न डालें। भारत की भूमिका बढ़ती जा रही हैं। अब दुनिया भारत को एक दोस्त के तौर पर देख रही हैं जो संकट की घड़ी में उनके साथ रहता हैं।” इसके अलावा एस जयशंकर ने नवाज़ शरीफ के बधाई संदेश को लेकर कहा कि,” उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से X पर रिप्लाई दे दिया गया हैं।”
पाकिस्तान-चीन के साथ विवादों को सुलझाएंगे- जयशंकर
आने वाले पांच सालों में पाकिस्तान और चीन के साथ कैसे संबंध रखेगा भारत इस पर विदेश मंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि,” हम विवादों को सुलझाने का काम करेंगे। किसी देश में खासतौर पर किसी लोकतंत्र में ये बहुत बड़ी बात होती हैं जब लगातार किसी सरकार को तीन बार चुना जाता हैं। इस वजह से दुनिया को जरूर महसूस होगा कि भारत में राजनीतिक स्थिरता हैं।” उन्होंने आगे यह भी कहा कि,”जहाँ तक चीन और पाकिस्तान की बात हैं। इन देशो के साथ भारत के रिश्ते थोड़े अलग हैं। चीन के संबंध में हमारा ध्यान सीमा मुद्दों को समाधान खोजने पर होगा और पाकिस्तान के साथ हम वर्षों पुराना सीमा पर आंतकवाद के मुद्दे का समाधान ढूंढेंगे।”
विदेश मंत्रालय की कमान संभालने पर क्या बोले एस. जयशंकर ?
एक बार दोबारा से विदेश मंत्रालय की कमान संभालने पर एस. जयशंकर ने कहा कि,” एक बार फिर विदेश मंत्रालय का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी दी जाना बेहद बेहद सम्मान की बात हैं। पिछले कार्यकाल में इस मंत्रालय ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था। हमने जी- 20 की अध्यक्षता की हमने वैक्सीन मैत्री आपूर्ति सहित कोविड की चुनौतियों का सामना किया। हम ऑपरेशन गंगा ऑपरेशन कावेरी जैसे महत्वपूर्ण अभियानों के केंद्र में भी थे।”
उन्होंने आगे कहा कि,” पिछले एक दशक में पीएम मोदी के नेतृत्व में यह मंत्रालय बेहद जन-केंद्रित मंत्रालय बन गया हैं। आप इसे हमारी बेहतर पासपोर्ट सेवाओं, सामुदायिक कल्याण निधि सहायता के संदर्भ में देख सकते हैं जो हम विदेशों में भारतीय को देते हैं” इसके अलावा एस जयशंकर ने यह भी कहा कि,” साथ मिलकर हम भारत को विश्व बंधु के तौर पर स्थापित करेंगे। हम एक ऐसे देश के रूप में स्थापित होंगे जिस पर लोग भरोसा करते हैं।”