इस बार के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का उत्तर प्रदेश में निराशाजनक प्रदर्शन रहा। लेकिन राम मंदिर बनवाने के बावजूद यूपी में बीजेपी की हार की वजह क्या रही है ये एक महत्वपूर्ण सवाल हैं। वहीँ आज उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने यूपी में हार की एक रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंपी हैं। बता दें कि इस रिपोर्ट को सौंपने के लिए खुद भूपेंद्र चौधरी जेपी नड्डा के आवास पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि इस रिपोर्ट में उन वजह का जिक्र हैं जिनकी वजह से यूपी में बीजेपी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। आपको बता दें कि इस बार बीजेपी 80 में से 70 सीटों पर जीत का दावा थोक रही थी लेकिन चुनावी नतीजे जब सामने आए तब बीजेपी के पैरो तलें जमीन खिशक गई क्योंकि बीजेपी 70 सीटों तो दूर बल्कि 40 सीटे भी अपने दम पर नहीं ला पाई। बीजेपी ने यूपी में 33 सीटों पर जीत हासिल की हैं जबकि एनडीए के साथ मिलकर उनकी सीटे 33 से 36 ही पाई हैं। बीजेपी के इस ख़राब प्रदर्शन को लेकर ही प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने हार एक रिपोर्ट जेपी नड्डा को सौंपी हैं।
इन सीटों पर मिली बीजेपी को हार
बीजेपी ने जिन सीटों पर यूपी में हार का सामना किया है उसमे शामिल है बलिया, गाज़ीपुर, रॉबर्ट्सगंज, सलेमपुर, घोसी, आज़मगढ़, लालगंज, जौनपुर, प्रतापगढ़ और प्रयागराज। लेकिन यूपी में एक ऐसी सीटे है जिसमे पर बीजेपी का जीतना लगभग तय था लेकिन उन सीटों पर 5 साल के सपा ने कब्ज़ा कर लिया हैं। जी हाँ हम बात कर रहे है फैजाबाद-अयोध्या सीट की। अयोध्या में राम मंदिर बनवाने के बाद लगभग तय था कि बीजेपी ही जीतेगी लेकिन आखिरी मौके पर सपा ने बाज़ी मार ली और बीजेपी यहाँ से भी हार गई।
भूपेंद्र चौधरी ने की इस्तीफे की पेशकश
आपको बता दें कि भूपेंद्र चौधरी ने आज राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को हार की रिपोर्ट सौपने के साथ-साथ अपने इस्तीफे की भी पेशकश की। प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने यूपी में बीजेपी की हार का जिम्मा उठाते हुए अपने इस्तीफे की पेशकश की। हालाँकि वह अभी तक इस पद पर बने हुए हैं। हालाँकि, वह पार्टी को उन वजह के बारे में अभी बताना चाहते है जिस कारण बीजेपी यूपी में हारी।