कल पुरे देश में रामनवमी के त्यौहार को धूमधाम से मनाया गया। सभी भक्त कल भगवान राम के दर्शन करने के लिए आपने घर के पास के मंदिरों में गए थे और इसी मौके पर कल पश्चिम बंगाल में शोभायात्रा निकाली जा रही थी लेकिन इस शोभायात्रा के दौरान कुछ लोगो ने पथराव करना शुरू कर दिया। इस घटना को लेकर अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपना बयान दिया है। ममता ने कहा कि रामनवमी पर आयोजित कार्येक्रम पर जो हिंसा भड़की हैं वो पूर्व नियोजित थी। ममता ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव की वजह से बीजेपी ने इस घटना को पूर्व नियित किया था।
ममता के आरोपों पर बीजेपी का पलटवार
ममता द्वारा लगाए गए आरोपों को लेकर बीजेपी के कुछ सदस्यों ने ममता पर पलटवार किया है जिनमे से सबसे पहले है बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ममता के साथ जनता नहीं हैं,ममता दरअसल लोगों को भड़का रही थी। हमने ममता के भाषण सुने थे। बंगाल में ही ये सब क्यों होता है ?
इसके बाद पश्चिम बंगाल से बीजेपी अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने भी ममता को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि ये हमला दरअसल टीएमसी के दफ्तर से हुआ था। ममता भगवान राम के नाम पर लोगो को उकसाना चाह रही हैं। उनकी तुष्टिकरण करने की योजना है। रामनवमी की रैली पर हमलो की जाँच एनआईए जाँच होनी चाहिए हैं। ममता पर पटलवार यही नहीं रुके बल्कि इसके बाद पश्चिम बंगाल से बीजेपी सांसद दिलीप घोष ने भी कहा कि मुसलमान दंगा कराना नहीं चाहते। वो मोदी के साथ मिलकर विकास में भागीदार बनना चाहते है लेकिन ममता बनर्जी ने बहार से कुछ भाड़े के लोगों को लाकर इस तरह की घटना को अंजाम दिया।
4 लोग हुए गिरफ्तार
बता दें कि ये घटना रामनवमी के दिन पश्चिम बंगाल में तब हुई जब शोभायात्रा एगरा में कॉलेज मोड़ से गुजरी और तभी अचानक से कुछ लोगो ने शोभायात्रा पर पथराव करना शुरू कर दिया। पथराव के शुरू होते ही लोग इधर-उधर भागने लगे जिसके चलते पुलिस को बाद में लाठी चार्ज करना पड़ा। हालाँकि, इस हिंसा के कारण 1 महिला की मौत ही हो गयी और बहुत से लोग घायल भी हो गए। लेकिन 18 अप्रैल को पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, 17 अप्रैल की रात को पुलिस ने इस हिंसा से जुड़े 4 लोगो अब हिरासत में ले लिया है और इलाके में सुरक्षा को बढ़ा के केस की जाँच शुरू कर दी हैं।