आज हम ऐसी ही एक घटना के बारे में बात करने जा रहे है जो सारनाथ थाने के अंतर्गत आने वाले एक तीन सितारा होटेल की है जहां अजय कुमार शर्मा, निवासी प्रतापगढ़ (उत्तर-प्रदेश) अपने ऑफ़िस के कार्य से ठहरे हुए थे। तारीख़ 06/03/2024 की रात अपना ऑफ़िस का काम समाप्त कर रात्रि लगभग 10 बजे अपनी कार से होटेल पहुँचे जहां होटेल स्टाफ़ द्वारा गाड़ी पार्क करने के लिए इनसे चाभी माँगी गई, इन्होंने चाभी दे दी और अपने कमरे में चले गए।
फिर अचानक रात के 11 बजे होटेल स्टाफ़ द्वारा इन्हें सूचित किया जाता है कि इनकी गाड़ी का बुरी तरह ऐक्सिडेंट हो गया है। ये आनन फ़ानन में अपने सहकर्मियों के साथ घटना स्थल पर पहुँचे जो होटेल से 5 KM की दूरी पर था जहां इनकी गाड़ी पूर्णतः दुर्घटनाग्रस्त स्थिति में थी। अच्छा संयोग था कि एयर बैग समय से खुल जाने के कारण होटेल स्टाफ़ के चालक की जान बच गई अन्यथा यह मामला कुछ और हो जाता।
इस घटना के बाद होटेल मैनेजमेंट अपनी किसी भी तरह की जवाबदेही से पल्ला झाड़ने की कोशिश में लग गया। तत्पश्चात् अजय कुमार शर्मा ने नज़दीकी पुलिस चौकी,सारनाथ को इस घटना की सूचना दी और होटेल मैनेजमेंट के ख़िलाफ FIR दर्ज कर, मदत करने की गुहार लगाई। लेकिन 40 दिन बीत जाने के बाद भी इन्हें अभी तक न्याय नहीं मिल सका है और न ही होटेल मैनेजमेंट के ख़िलाफ़ कोई कार्यवाही की गयी है।
अब सोशल मीडिया पर इस घटना ख़िलाफ न्याय के लिए मुहिम छिड़ गयी हैं
उम्मीद है इन्हें जल्द न्याय मिलेगा और बनारस आ रहे किसी आगंतुक के साथ ऐसी घटना ना हो इसका भी पुख़्ता इंतज़ाम बनारस प्रशासन को करना होगा जिससे प्रधानमंत्री की न्याय और सुरक्षा की गारंटी सार्थक हो सके !
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