लोकसभा चुनावों को लेकर सियासत गरमाती जा रही हैं। सभी पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर लगातार हमला करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसी कड़ी में आज बिहार की सीवान लोकसभा सीट पर प्रचार करने पहुंचे असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने जनसभा सम्बोधित करते हुए विपक्ष पर हमला बोला हैं। दरअसल, हिमंत बिस्वा ने भारत में मुसलमानों को आरक्षण के देने पर उसका विरोध किया हैं। इस पर हिमंत बिस्वा ने कहा कि क्या भारत में धर्म के आधार पर आरक्षण देना संभव है ? हिमंत बसवा ने आगे कहा कि,” अगर आप मुसलमानों को आरक्षण देना चाहते है तो पाकिस्तान जाए और वहां आरक्षण दें। भारत में ऐसा कभी नहीं होगा।” उन्होंने कहा कि बाबा साहब अम्बेडकर ने हमे सावधान दिया है। जहाँ सविंधान में जिक्र है कि एससी, एसटी और ओबीसी को आरक्षण मिलना चाहिए।
पिछड़ो का हक़ छीनकर मुसलमानों को दिया गया
दरअसल, हिमंत बिस्वा ने कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के उदहारण को हवालों देते हुए उन उदहारण की आलोचना की। जहां मुसलामनों के लिए आरक्षण लागू किया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे उपाय अन्य पिछड़े वर्गों की कीमत पर किए गए हैं। सरमा ने मुसलमानों को आरक्षण देने के कर्नाटक के फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि यह “पिछड़े वर्गो के आरक्षण लूटने के बाद किया गया था।”
कांग्रेस पार्टी पर साधा निशाना
असम सीएम ने कांग्रेस पार्टी के ऊपर भी निशाना साधा और कहा कि,”नाना पटोले ने कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार आएगी तो हम दोबारा राम मंदिर का शुद्धिकरण करेंगे। इसके आगे भी सरमा ने कहा कि हमे पहले बताइए कि सोनिया गाँधी हिन्दू है या ईसाई ? ये कांग्रेस पार्टी अभी भी राम मंदिर के पीछे पड़ी हुई हैं। लालू यादव भी राम मंदिर के पीछे हैं। उनका अभी भी मन है कि अगर कांग्रेस की सरकार बनती है तो वे दोबारा रामलला को टेंट पर ले जाएंगे।