राजनीति दुनिया में हाल ही में कदम रखने वाली कंट्रोवर्सियल क्वीन कंगना रनौत एक बार फिर चर्चाओं का विषय बन चुकी है। जी हां हिमाचल प्रदेश के मंडी से बीजेपी की लोकसभा प्रत्याशी की तरफ से राष्ट्रीय महिला आयोग ने नेशनल कांग्रेस पार्टी की सोशल मीडिया हेड सुप्रिया श्रीनेत के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। दरअसल, कांग्रेस पार्टी की प्रवक्ता पर कंगना रनौत का ग़ुस्सा तब फूटा जब उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए कंगना के खिलाफ एक पोस्ट साझा किया, जिसमें कई अपशब्दों को इस्तेमाल किया गया था। इसके बाद ही वो पोस्ट पूरे सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा। जिसको लेकर कंगना ने सुप्रिया श्रीनेत को लेकर अपना जवाब भी हाज़िर किया था। इस जवाब में कंगना ने कहा था कि ‘प्रिय सुप्रिया जी एक कलाकार के रूप में अपने करियर के पिछले 20 वर्षों में मैंने हर तरह की महिलाओं की भूमिका निभाई है। क्वीन में एक भोली लड़की से लेकर धाकड़ में एक आकर्षक जासूस तक, मणिकर्णिका में एक देवी से लेकर चंद्रमुखी में एक राक्षसी तक, रज्जो में एक वेश्या से लेकर थलाइवी में एक क्रांतिकारी नेता तक।हमें अपनी बेटियों को पूर्वाग्रहों के बंधनों से मुक्त करना चाहिए, हमें उनके शरीर के अंगों के बारे में जिज्ञासा से ऊपर उठना चाहिए और सबसे बढ़कर हमें जीवन या परिस्थितियों को चुनौती देने वाली यौनकर्मियों को किसी प्रकार के दुर्व्यवहार या अपमान के रूप में इस्तेमाल करने से बचना चाहिए… हर महिला अपनी गरिमा की हकदार है…” हालांकि चारों ओर से सुप्रिया श्रीनेत के पोस्ट पर आपत्ति जताई जानें लगी। जिसके बाद इस पोस्ट को तुरंत डिलीट कर दिया गया।
सुप्रिया श्रीनेत ने अपने पोस्ट को डिलीट करवाने के बाद कहा कि उनके अकाउंट का एक्सेस किसी और के पास था जो इस प्रकार के पोस्ट सोशल मीडिया पर साझा कर रहा था। सुप्रिया ने यह भी कहा कि मुझे मेरे करीबी जानते हैं की मैं महिलाओं के प्रति किस प्रकार की भावनाएं रखती हूं। हालांकि ये जवाब मिलने के बावजूद भी कंगना की तरफ से सुप्रिया श्रीनेत के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई है। जी हां आपने सही सुना राष्ट्रिय महिला आयोग ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर सुप्रिया श्रीनेत के कार्यवाही की मांग की है। इस चिट्ठी में लिखा है कि “राष्ट्रीय महिला आयोग सुश्री सुप्रिया श्रीनेत और श्री एच.एस. के अपमानजनक आचरण से स्तब्ध है। जिस अहीर के बारे में अभद्र और अपमानजनक टिप्पणी की थी। सोशल मीडिया पर. ऐसा व्यवहार असहनीय है और महिलाओं की गरिमा के खिलाफ है।’ महिला आयोग ने भारत के चुनाव आयुक्त को पत्र भेजकर उनके खिलाफ तत्काल और सख्त कार्रवाई की मांग की है। आइए सभी महिलाओं के लिए सम्मान और गरिमा बनाए रखें।