भारत पूरी दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। इस देश में कानून व्यवस्था के अनुसार ही हर कार्य संपन्न होता है। दुनिया में भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां आपको हर धर्म और जाति के प्रकार मिल जायेंगे। भारत के लोग धार्मिक कथाओं और आस्थाओं पर ज्यादा विश्वास रखते हैं। इन आस्थाओं के बीच भारत में कई ऐसे गांव हैं जहां आपको अजीबोगरीब प्रथाएं देखने को मिल जाएंगी। कई जगहें तो ऐसी है जहां लड़कियों कि पेड़ों से शादी करवाई जाती है तो वहीं कई ऐसे भी मंदिर मौजूद है जहां पुरुषों का जाना मना है। इन सबके बीच ही भारत में एक ऐसा शहर भी मौजूद है जहां न कोई धर्म है और ना ही कोई सरकार। यही नहीं बल्कि इस शहर में लोग पैसे भी नहीं कमाते हैं। आईए जानते हैं कि आखिरकार वह कौन सा शहर है?
सिटी ऑफ डॉन में नहीं है किसी प्रकार का कोई भेदभाव
भारत में कई ऐसे गांव और कस्बे मौजूद है जिनकी अपनी अलग रहस्यमई गाथा है फिर चाहे वह जुड़वें बच्चों का गांव हो या वो शहर हो जहां ना कोई धर्म है और ना ही कोई कानून व्यवस्था। जी हां हम बात कर रहे हैं तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ऑरोविले शहर की। जहां ना धर्म है ना पैसा और ना ही कोई कानून व्यवस्था। इस शहर को “सिटी ऑफ डॉन” के नाम से भी जाना जाता है। जिसकी स्थापना 1968 में मीरा अल्फाजों द्वारा की गई थी। इस शहर की स्थापना एक बड़े मुद्दे को देखते हुए की गई थी जो है “भेदभाव”। भारत में भेदभाव जैसी कुर्तियों का कई बार सामना किया गया है। जिसमें लोग धर्म और पैसा देखकर इंसानियत को कुचलते थे। लेकिन इस सिटी ऑफ डॉन की स्थापना इन सबको दूर रखते हुए की गई है, जहां न लोग जाति को मानते हैं और न ही धर्म को इतना ही नहीं बल्कि यहां के लोग पैसा भी नहीं कमाते हैं।
रेस्टोरेंट में फ्री मिलता है खाना
ऑरोविले एक ऐसी जगह है जहां किसी प्रकार का कोई भी भेदभाव नहीं है इस शहर में कोई भी पाबंदी नहीं लगाई गई अगर आप यहां आकर रहना चाहते हैं तो बस आपको कुछ नियमों का पालन ही करना होगा। तमिलनाडु के विल्लुपुरम डिस्ट्रिक में मौजूद औरोविले में कोई सरकार नहीं है ताकि कोई भी इस जगह पर हुकूमत ना चला सके। इस शहर को बस एक विधानसभा के द्वारा नियंत्रित किया जाता है यहां आपको कई सुविधाएं देखने को मिल जाएगी। इस शहर में ऑडिटोरियम, रेस्टोरेंट, फॉर्म और गेस्ट हाउस भी मौजूद है जहां पर आपको किसी भी प्रकार के पैसे को देने की जरूरत नहीं है।
CONTENT: NIKITA MISHRA