बीजेपी की सरकार बनने पर पांच सालों में दिखेगी यह चीजे ? प्रशांत किशोर ने की भविष्यवाणी

लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में अब 24 घंटे से भी कम का समय बचा हैं। सभी पार्टी चुनाव के इस आखिरी समय में अपनी पूरी जान लगा रही है। इसी बीच कुछ लोगो के मन में यह सवाल है कि अगर भारतीय जनता पार्टी दोबारा से सत्ता में आती है तो अगले पांच साल व्वो किन महत्वपुर्ण कार्यों पर काम करेगी ? तो आज हम इन्ही सवालों के जवाब लाए है।

लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में अब 24 घंटे से भी कम का समय बचा हैं। सभी पार्टी चुनाव के इस आखिरी समय में अपनी पूरी जान लगा रही है। इसी बीच कुछ लोगो के मन में यह सवाल है कि अगर भारतीय जनता पार्टी दोबारा से सत्ता में आती है तो अगले पांच साल व्वो किन महत्वपुर्ण कार्यों पर काम करेगी ? तो आज हम इन्ही सवालों के जवाब लाए है। लेकिन यह जवाब चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर द्वारा दिए गए हैं। दरअसल, प्रशांत किशोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर एक बड़ी भविष्यवाणी की हैं। उन्होंने बताया कि अगर भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार बनती है तब भारत सरकार सरकार के एजेंडे में वो कौन-सी पांच बड़ी चीजे होगी जो आने वाले पांच सालों में देखने को मिल सकती हैं।

क्या कहा चुनावी रणनीतिकार ?

एक चैनल को दिए गए इंटरव्यू में प्रशांत किशोर ने कहा कि,” सत्ता और संसाधन का केंद्रीकरण होगा और उस दिशा में, मैं राज्यों की फाइनेंशियल अटॉनमी को कम होते हुए देखा हूँ।” वहीँ दूसरी तरफ चुनावी रणनीतिकार के मुताबिक,” फिस्कल रेस्पॉन्सिबिलिटी एंड बजट मैनेजमेंट (एफआरबीएम) एक्ट जैसे नॉर्म्स और कड़ाई (मोदी सरकार के पहले दो कार्यकालों के मुकाबले) से लागू हो सकते हैं।”

बड़े निर्णयों का जिक्र करते हुए प्रशांत किशोर ने बताया कि यूनिफार्म सिविल कॉर्ड (यूसीसी) और सिटिज़नशिप अमेंडमेंट एक्ट (सीएए) जैसे विवाद मुद्दों पर भी सरकार तेज़ी से बढ़ सकती हैं। पीके के मुताबिक़ एंटी करप्शन का जो पूरा नैरेटिव हैं उसमे भी आपको ढांचागत और परिचालन संबंधी फैरबदल भी देख सकते हैं। स्पेशल कोर्ट्स पर पीएम मोदी के बयानों को लेकर पीके ने यह भी कहा कि ऐसे स्ट्रक्चरल फैसले लिए जा सकते हैं। वहीँ विश्व स्तर पर भी भारत की दृढ़ता भी दिख सकती हैं। बाहर के डिप्लोमेंट और अन्य लोग यह बताते है कि भारत की और से इतनी आक्रमक कूटनीति पहले नहीं देखी गई। सही है या गलत, यह अलग मामला हैं। ऐसे में इस क्षेत्र में भी बड़ा नैरेटिव बनेगा और साथ ही जो मुद्दे पहले पब्लिक डिस्कोर्स का हिस्सा नहीं थे, उन्हें भी हम देख और सुन सकते हैं।

Share the Post:

Related Posts

Skip to content